श्रीनगर लोकसभा सीट अब्दुल्ला परिवार का गढ़ रही है। इस सीट पर करीब 90 फीसदी से ज्यादा आबादी मुस्लिम है। इस सीट पर 12 लाख 05 हजार मतदाता हैं। इसमें 6 लाख 30 हजार पुरुष और 5 लाख 74 हजार महिला मतदाता हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में फारूक अब्दुल्ला को पीडीपी के तारिक हमीद कर्रा ने करारी शिकस्त दी थी। लेकिन 2016 में आतंकवादी बुरहान वानी की हत्या के बाद यहां भड़की हिंसा के चलते हामिद कर्रा ने इस्तीफा दे दिया था। 2017 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और फारूक अब्दुल्ला करीब 10 हजार वोटों से जीते थे। बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस सीट से 10 बार चुनाव जीता है और यही कारण है कि इस सीट को अब्दुल्ला परिवार का गढ़ माना जाता है।
2017 के उपचुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला ने 10,776 वोटों से पीडीपी के नाजिर अहमद खान को मात दी थी। इस सीट पर चुनाव कराना सुरक्षा बलों और प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। कई बार चुनाव के दौरान यहां हिसाएं हुई हैं और इसी कारण यहां मतदाताओं की संख्या बेहद कम है। 2014 के आम चुनाव में यहां 26 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं, हिंसा के कारण श....